
डिग्गी।धार्मिक नगरी डिग्गी में फुलेरा दूज के मौके पर जाट धर्मशाला एवं गौड धर्मशाला में दो अलग-अलग सम्मेलन आयोजित किए गए । जिनमें 14 जोड़े एक दूजे के हमसफर बने।डिग्गी गौड समाज धर्मशाला में श्रीजी सर्व धर्म संस्थान के तत्वाधान में सामूहिक विवाह सम्मेलन में 11 जोड़े एक दूजे के हमसफर बने। 11 जोड़ों ने अग्नि को साक्षी मानकर एक दूजे का जीवन भर साथ निभाने की कसमें खाई।सर्व धर्म सामूहिक विवाह सम्मेलन को लेकर मीणा धर्मशाला से वर वधु की निकासी शुरू की गई, जो की मुख्य बाजार होती हुई गौड धर्मशाला पहुंची।गौड धर्मशाला के बाहर तोरण की रस्म निभाई गई। उसके बाद पाणिग्रहण संस्कार संपन्न करवाकर आशीर्वाद समारोह का कार्यक्रम आयोजित किया गया।श्रीजी सर्व धर्म सेवा संस्थान के तत्वाधान में यह 15वां सामूहिक विवाह सम्मेलन सम्पन्न हुआ । जिसमे 11 जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधे। विवाह सम्मेलन में मुख्य अतिथि शगुन मीना , भामाशाह दिपेन्द्र सिंह खंगारोत, मोहन कुदाल्या ने शिरकत की और वर वधू को आशीर्वाद दिया। सम्मेलन कि अध्यक्षता रमेश गुर्जर ,महेंद्र शर्मा ने की। सवधर्म सामूहिक विवाह सम्मेलन में व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रमोद शर्मा, तूफ़ान मीणा, कप्तान मीणा, केशर लाल वर्मा, छीतर शर्मा , मुकेश शर्मा देवली, चेतन शर्मा, जीतेन्द्र गोनेर, सुर्ज्ञान,दीपक , सुनील मीणा, राजेंद्र नेकाडी आदि सदस्यों ने अपनी अहम भूमिका निभाई।श्रीजी सर्वधर्म संस्थान के तत्वाधान में सेवा में आयोजित हुए 15वें सम्मेलन में सभी वर वधुओं को घर गृहस्ती का सामान निःशुल्क दिया जाता है । सम्मेलन में आए हुए जोड़ों से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है।श्रीजी सर्व धर्म सेवा संस्थान के अध्यक्ष महेंद्र शर्मा एवं सचिव रमेश गुर्जर ने बताया कि श्रीजी सर्वधर्म सेवा संस्थान के तत्वाधान में यह 15 वां सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन का मूल मकसद समाज में फैली दहेज प्रथा एवं विवाह समारोह में होने वाले खर्च को कम करने के लिए यह निःशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित कराया जाता है।साथ ही सम्मेलन में शादी करने वाले जोड़ों को संस्थान की ओर से दैनिक जीवन में काम आने वाली वस्तुएं पलंग से लेकर चांदी के गहने भी संस्थान की ओर से दिए जाते हैं। जाट धर्मशाला में श्री कृष्ण गौड गुरू ब्राह्मण समाज राजस्थान का सामूहिक विवाह सम्मेलन धूमधाम से संपन्न हुआ। साथ ही तुलसी शालिग्राम के विवाह का भी आयोजन किया गया।समाज के हजारों लोगों की मौजूदगी में भगवान शालिग्राम जी की निकासी धूमधाम से जाट धर्मशाला से शुरू हुई जो की डिग्गी मुख्य बाजार होते हुए श्री डिग्गी कल्याण मंदिर पहुंची। निकासी वापसी में बाजार होते हुए जाट धर्मशाला पहुंची। जहां पर शालिग्राम जी की निकासी शाही रथ पर बैण्ड बाजों के साथ निकाली गई। निकासी में समाज के नवयुवक युवतियां नाचते गाते हुए शालिग्राम जी की निकासी में चले। जाट धर्मशाला के मुख्य दरवाजे के बाहर तोरण की रश्म पूरी की। दूल्हा दुल्हन का वरमाला कार्यक्रम शुरू किया गया ।गुरु ब्राह्मण समाज सम्मेलन में जहां तीन जोड़े परिणय सूत्र में बंधे वहीं तुलसी शालिग्राम जी के विवाह संपन्न होने के बाद सभी को पगत प्रसादी का आयोजन किया गया। सम्मेलन के आयोजक मंडल ने बताया कि समाज में दहेज प्रथा को खत्म करने को लेकर सम्मेलनों का आयोजन किया जाता है इसी कड़ी में यह गुरु ब्राह्मण समाज सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया है।