
आरोपी 30 रुपये में बैचता था पैन कार्ड- आरसी, बिना ओटीपी आधार में करता था कांट-छाट, लेपटाॅप, आईफोन बरामद
टोंक एसपी विकास सांगवान
जिले में फर्जी आधार, पेन, राशन, वोटर आईडी, जन्म प्रमाण पत्र समेत अन्य फर्जी दस्तावेज बनाने वाले आरोपी का दूनी थाना पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने आरोपी युवक को सोमवार को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से लेपटाॅप, आईफोन बरामद किया है। आरोपी 2022 से इस तरह का फर्जी दस्तावेज बनाता था। यह फर्जी दस्तावेज बनाने का जाल आरोपी का आल इंडिया में फैला हुआ था। उसके नीचे भी करीब 30 फर्जी दस्तावेज बनाने समेत उनमें संशोधन कर चुका है। यह एक साल पहले तक ई मित्र संचालक था गांव में ही। साल भर से यह राइजन इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल देवली में मैनेजर का काम कर रहा था। वही स्कूल का लेपटॉप, प्रिंटर आदि सामान काम लेकर फर्जी तरीके का काम करता था। इसे पुलिस ने रविवार देर शाम को शिकायत आने पर डिटेन किया था। आज पूछताछ करने के बाद सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। इसके खिलाफ दिल्ली के आधार वालों ने फर्जी दस्तावेज बनाने का मामला दर्ज कराया है। यह कार्रवाई एस पी सांगवान के निर्देश पर की है।दूनी थाना प्रभारी हेमंत जनागल ने बताया कि कुछ दिन पहले दिल्ली मीडिया के माध्यम से पता चला कि टोंक जिले के दूनी थाना क्षेत्र के राजमहल निवासी नीरज मीणा फर्जी तरीके से पैन कार्ड- आरसी बनाता है। बिना ओटीपी के ही आधार कार्ड में कांट-छांट करता था।
यह काम यह ऑनलाइन करता था।
इसका इनपुट आधार मुख्यालय दिल्ली और मीडिया से चला। उसके बाद एस पी विकास सांगवान ने इसे गंभीरता से लिया। उन्होंने साइबर सेल को इस मामले कि जांच के आदेश दिए। पुलिस ने आरोपी नीरज मीणा को रविवार को डिटेन कर पूछताछ की । इसी दौरान दिल्ली से आये आधार प्रतिनिधि ने देर रात को आरोपी के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। उसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आज आरोपी से और पूछताछ की। आरोपी ने पूछताछ में उसने अपना जुर्म करना कबूल कर लिया। आरोपी के इस फ्रॉड के कार्य में एक अन्य राज्य का एक युवक और था।
हजारों दस्तावेज बनाए फर्जी तरीके से:
आरोपी द्वारा अब तक 5639 आरसी, 1273 ड्राईविंग लाईसेंस, 167 राशन कार्ड, 8 आधार से राशन, 6891 पेन कार्ड, 4645 जन्म प्रमाण पत्र, 12625 आधार कार्ड मेनुअल, 4376 आधार प्रिन्ट, 6583 आधार डेटाफेच, 1635 वोटर मोबाईल लिंक, 1233 वोटर आईडी कार्ड एवं 3354 आधार डेटा अपडेट कर लगभग 16 लाख रूपये का अनाधिकृत रूप से रिकार्ड डाउनलोड करना, प्रिंट निकालना, दस्तावेजों में फर्जी तरीके से संशोधन करने का काम किया है।