साइबर फ्रॉड और एनडीपीएस एक्ट में पुलिस की प्रभावी कार्रवाई डेढ़ माह में ही 3 करोड़ का साइबर फ्रॉड, पुलिस की कार्रवाई से बचे करोड़ों रुपयों

टोंक। साइबर फ्रॉड और एनडीपीएस एक्ट में पुलिस की प्रभावी कार्रवाई डेढ़ माह में ही 3 करोड़ का साइबर फ्रॉड, पुलिस की कार्रवाई से बचे करोड़ों रुपयों आईजी ओमप्रकाश ने कहा कि 138 करोड़ की साइबर ठगी अजमेर रेंज में हुई है। इनमें से समय पर कार्रवाई करते हुए हमने 17 करोड़ 19 लाख रुपयों को होल्ड पर रखवा है। उसके बाद दो जनवरी से अब तक 3 करोड़ का साइबर ठगी हुई है। इसमें से 63 लाख को होल्ड पर रखवा है। इस प्रकार राजस्थान पुलिस बड़ी साइबर फ्रॉड के मामलों में प्रभावी कार्रवाई करती है। साइबर फ्रॉड बड़ी समस्या बनती जा रही है। पुलिस इस मामले में त्वरित कार्रवाई कर रही है।इससे बचने के लिए पुलिस अभियान चलाकर लोगोें को जागरूक कर रही है। मोबाइल का गलत उपयोग करने पर 829 में से 497 सिम ब्लॉक की जा चुकी है। खोये हुए 364 मोबाइल में से 184 मोबाइल बरामद कर लिए गए है।इसके अलावा एक अभियान और है एनडीपीएस एक्ट का। इसमें दो जनवरी से अब तक 41 प्रकरण दर्ज कर बड़ी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ जब्त किया है। आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। इसके अलावा अवैध बजरी खनन और परिवहन के खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई कर रही है। आईजी ओमप्रकाश ने कहा कि अपराधों को लेकर पुलिस ने रेंज में पहले से बेहतर कार्य किया है। पहले रेंज में कार्रवाई को लेकर 12 वें स्थान पर थे, मेरे समय पुलिस ने अच्छी कार्रवाई की तो तीसरे नंबर आ गए। सीनियर सिटीजन से करते है टारगेट:आईजी ओमप्रकाश ने कहा कि साइबर फ्रॉड करने वाले अपराधी ज्यादातर सीनियर सिटीजन को टारगेट करते है। यूथ इस मामले में जागरूक होता जा रहा है। ऐसे में साइबर क्राइम करने वाले ज्यादातर बुजुर्गो को ज्यादा टारगेट करते है। वे इसके बारे में ज्यादा जानकार नहीं होने से उन्हे अपने जाल में फंसा लेते है और उनसे लाखों रुपये की ठगी करते है।

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