
सरिस्का टाइगर रिजर्व में पिछले दो वर्षों में बाघों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है, जिससे यह वन्यजीव प्रेमियों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र बन गया है। इसी के कारण सरिस्का टाइगर रिजर्व में आजकल अच्छी संख्या में बाघ देखे जा सकते हैं। वन विभाग के अनुसार, बाघों के संरक्षण के लिए किए गए विशेष प्रयासों का सकारात्मक परिणाम दिख रहा है।बाघों की बढ़ी हुई संख्या न केवल जैव विविधता को समृद्ध कर रही है, बल्कि पर्यटकों के आकर्षण का कारण भी बन रही है। सरिस्का टाइगर रिजर्व में घूमने आए पर्यटक इन दिनों बाघों को अक्सर देख पा रहे हैं, जिससे उनके अनुभव और रोमांच दोनों बढ़ जाते हैं। सरिस्का में बढ़ती बाघों की संख्या और यहां की प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को खूब रास आ रही है। इस वजह से यह क्षेत्र वन्यजीव पर्यटन का महत्वपूर्ण स्थल बन गया है।
2005 में खत्म हो गए थे बाघ
गौरतलब है कि सरिस्का टाइगर रिजर्व में साल 2005 में बाघों की संख्या जीरो हो गई थी। वन विभाग के आंकड़ों की मानें तो यहां बीमारी और शिकारियों के कारण टाइगर खत्म हुए थे। ऐसे में साल 2008 में फिर से सरिस्का में टाइगर बसाने की कवायद शुरू की गई। साथ ही शिकारियों पर भी वन विभाग ने काफी हद तक नकेल कसी। जिसका नजीता भी अच्छा निकलकर सामने आया और अब यहां कुल 43 टाइगर हैं।