
जयपुर, 16 अप्रैल:राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने निजी स्कूलों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है, जिसका उद्देश्य अभिभावकों और छात्रों पर अनावश्यक आर्थिक दबाव को खत्म करना है। नई दिशा-निर्देशों के अनुसार अब कोई भी प्राइवेट स्कूल अगले 5 वर्षों तक अपनी यूनिफॉर्म में बदलाव नहीं कर सकेगा।मुख्य बिंदु:यूनिफॉर्म, किताबें और सामग्री की खरीद पर स्वतंत्रता:अब स्कूल प्रबंधन अभिभावकों या छात्रों को किसी विशेष दुकान से यूनिफॉर्म, किताबें या अन्य शिक्षण सामग्री खरीदने के लिए मजबूर नहीं कर सकेगा। यूनिफॉर्म, टाई, जूते और कापियां खुले बाजार से खरीदी जा सकेंगी।गोपनीयता और पारदर्शिता:स्कूलों को अब सत्र शुरू होने से कम से कम एक महीना पहले किताबों की सूची (जिसमें लेखक, प्रकाशक और मूल्य की जानकारी हो) अपनी वेबसाइट या नोटिस बोर्ड पर सार्वजनिक करनी होगी।स्कूल नाम वाली सामग्री पर रोक:अब किसी भी शिक्षण सामग्री पर स्कूल का नाम अंकित नहीं किया जाएगा, जिससे बाजार में सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।तीन विक्रेताओं पर सामग्री उपलब्ध कराना अनिवार्य:स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनकी निर्धारित किताबें और यूनिफॉर्म कम से कम तीन अलग-अलग दुकानों पर उपलब्ध हों।नियमों की अनदेखी पर कार्रवाई:शिक्षा मंत्री ने साफ कहा है कि यदि किसी स्कूल द्वारा इन दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया जाता है, तो शिकायत के बाद जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।