
टोंक जिले के पीपलू क्षेत्र के निमेड़ा गांव की बैरवा ढाणी में जलदाय विभाग की पाइपलाइन से अवैध रूप से पानी चुराने का मामला सामने आया है। सरकारी संपत्ति से छेड़छाड़ और राजकार्य में बाधा डालने के आरोप में विभागीय अधिकारियों ने एक दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट झिराना थाने में दर्ज करवाई है। यह कार्रवाई सहायक अभियंता तारा स्वामी द्वारा की गई है। मालपुरा जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता (XEN) संदीप बाटड़ ने जानकारी दी कि निमेड़ा गांव में राइजिंग पाइपलाइन, जो कि 140 मिमी की है, से अवैध रूप से कई लोगों ने कनेक्शन जोड़ रखे थे। इन अवैध कनेक्शनों के कारण संबंधित पीएसपी (सार्वजनिक नल ) तक पानी नहीं पहुंच पा रहा था, जिससे क्षेत्र में जलापूर्ति बाधित हो रही थी। यह पाइपलाइन सार्वजनिक जलापूर्ति के लिए अत्यंत आवश्यक है, और इसमें किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ से हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। जलदाय विभाग को जब इसकी जानकारी मिली, तो मौके पर एक टीम भेजी गई, जिसने जाँच के बाद पुष्टि की कि पाइपलाइन से 13 अवैध कनेक्शन जोड़े गए हैं। इसके बाद विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी अवैध कनेक्शन काट दिए और दोषियों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।नामजद रिपोर्ट में जिन लोगों के नाम शामिल हैं, उनमें बनवारी लाल बेरवा, मदन बेरवा, रमेश बेरवा, कालू बेरवा, रमेश नाथ, किस्तुर बेरवा, हंसा बेरवा, रतन बेरवा, सीताराम बेरवा, दुर्गा लाल ढोली, कजोड़ बेरवा, जगदीश ढोली और दुर्गा मीणा शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ सरकारी संपत्ति से छेड़छाड़ करने और राजकार्य में बाधा डालने के तहत मामला दर्ज किया गया है।सहायक अभियंता तारा स्वामी ने बताया कि यह कार्यवाही न केवल अवैध कनेक्शन हटाने के लिए की गई है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करने के लिए है कि भविष्य में इस प्रकार की गैरकानूनी गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके। विभागीय अधिकारियों ने साफ किया है कि जलदाय विभाग की पाइपलाइन से छेड़छाड़ करना एक गंभीर अपराध है और इसके लिए सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले के सामने आने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। ग्रामीणों में भी इस बात को लेकर चर्चा है कि कुछ लोगों की गैरकानूनी गतिविधियों के चलते पूरे क्षेत्र की पानी व्यवस्था प्रभावित हो रही थी। विभाग द्वारा की गई तत्पर कार्रवाई की ग्रामीणों ने सराहना की है। जलदाय विभाग ने आम जनता से भी अपील की है कि अगर उन्हें किसी प्रकार के अवैध कनेक्शन या जल आपूर्ति में अनियमितता की जानकारी हो, तो वे तुरंत विभाग को सूचित करें, ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके और सभी को समान रूप से जल सुविधा मिल सके।