टोंक में पायलट बोले: इंजन डबल है पर दोनों ही इंजन फेल है

टोंक विधायक सचिन पायलट आज अपने निर्वाचन क्षेत्र के दौरे पर हैं। सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक कर पायलट ने विकास कार्यों पर फीडबैक लिया। साथ ही बिजली पानी के अधिकारियों को खास निर्देश दिए कि गर्मी का सीजन आने वाला है। आमजन को कोई परेशानी नहीं हो। मीडिया कर्मियों से बातचीत में सचिन पायलट ने कहा राज्य सरकार में असमंजस में है। मंत्री किरोड़ी लाल मीणा इस्तीफा दे चुके है,लेकिन सरकार उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं कर रही है। सरकार कर पावर सेंटर अफसर बने हुए है। MLA के भी काम नहीं हो रहे है। सदन में डोटासरा- जूली गुटबाजी पर बोलते हुए पायलट ने कहा कि पार्टी एकजुट थी, एकजुट है और एकजुट रहेगी। हमारा उद्देश्य व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने का नहीं है। हम विपक्ष में है, हम सरकार को जवाबदेही बनाने का काम कर रहे हैं। सरकार बने हुए सवा साल हो गए, उपलब्धि मात्र यह है कि मंत्री का इस्तीफा हो चुका है, इस्तीफा सरकार स्वीकार नहीं कर रही, गाड़ी बंगला कैंसिल कर रही है। मंत्री बरकरार है, दफ्तर नहीं जा रहे हैं, मंत्री है या नहीं बड़ा सवाल है, जो मुद्दे वो उठा रहे हैं सरकार की उस पर चुप्पी है।सचिन पायलट ने महिला अपराध पर सवाल उठाते हुए कहा कि नाबालिक बच्चियों के साथ अपराध रोकने में सरकार नाकाम है। अपराधियों के मन में सरकार डर पैदा नहीं कर पाई, ओवर आल ला एण्ड ऑर्डर चरमरा चुका है। ला एण्ड ऑर्डर में सरकार पूरी तरह फेल है।डोटासरा बनाम जूली विवाद पर बोलते हुए कहा कि दोनों मिलकर सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। सरकार के पास कोई जवाब नहीं है तो बीजेपी इस तरह की अफवाह फैलाती है। विपक्ष ने सदन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, दलित को नेता प्रतिपक्ष बनाना बीजेपी को हजम नहीं हो रहा है,वो नहीं चाहते दलित आवाज मजबूती से सदन में बोले,इसलिए ध्यान हटाने के लिए इस तरीके के सिगुफा छोड़ती है। पायलट ने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी एकजुट है।समरावता मामले पर पायलट ने कहा कि सरकार की मंशा समरावता के लोगों को न्याय दिलाने की नहीं है। सरकार ने अब तक न्यायिक जांच नहीं कराई है। कांग्रेस शुरु से गांव वालों के साथ है। टोंक समेत राजधानी में बजरी माफियाओं को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए पायलट ने कहा- कौन नहीं जानता है कि सरकार करप्शन, माफिया को कंट्रोल करने में फैल रही है। चुनाव से पहले जो बड़ी-बड़ी घोषणा बीजेपी करती थी, सरकार में आने के बाद वह सब भूल गई, अब सिर्फ सत्ता और वर्चस्व की लड़ाई है, सत्ता के अंदर कौन पावरफुल है लेकिन यह सब बेवजह लड़ रहे हैं, असली सत्ता तो अधिकारियों के पास है।पायलट ने मीडिया से बात करते हुए केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि केंद्र में सरकार बनने के बाद यह दूसरा बजट आया। वित्त मंत्री के मुंह पर राजस्थान का नाम तक नहीं आया। प्रदेश की 11 सीटें हार गए। इसका गुस्सा जनता से क्यों निकाल रहे हैं, हार जीत होती रहती है भौगोलिक दृष्टि से राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य है। वहीं टोंक में बहुप्रतीक्षित रेल परियोजना पर बोलते हुए कहा की रेल वह साधन है जो लोगों को दूसरी जगह से जोड़ता है, मुझे खेद की राजस्थान के लोगों की जो डिमांड थी, प्रदेश की सरकार ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल नहीं किया। मुख्यमंत्री चाहते तो वित्त मंत्री के साथ बैठते और प्रदेश की वाजिब मांगों पर अपनी बात रखते हैं तो वित्त मंत्री बात मान जाती। पायलट ने कहा की इंजन डबल है लेकिन दोनों ही फेल है।इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरिप्रसाद बैरवा, सुरेंद्र चौरसिया, एडवोकेट मूलचंद बैरवा, युसूफ यूनिवर्सल, हंसराज गाता आदि मौजूद थे।

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